राजस्थान की 'ई-सखी'
राजस्थान सरकार के डिजिटल अभियान में ई-सखी बनें। सरकार के साथ मिलकर अपने गांव व आस-पास सरकार की डिजिटल सेवाओं के बारे में आमजन को जागरूक करें।
कौन बन सकती है 'ई-सखी'
12वीं कक्षा पास व 18-35 आयु की कोई भी लड़की/महिला ई-सखी बनने के लिए आवेदन कर सकती है।
मुख्य उद्येश्य :
इस योजना का मुख्य उद्येश्य प्रदेश की 1.5 लाख महिलाओं को प्रशिक्षण प्रदान कर हर गाँव को डिजिटल रूप से साक्षर बनाना है|
- अधिक से अधिक लोगों को राज्य की विभिन्न योजनाओं से जोड़ कर उनकी डिजिटल माध्यम से प्रदायगी को सुनिश्चित करना |
- Connecting maximum State citizens and ensuring that at least 1 person from every rural family is made digitally literate
- राज्यभर में लगभग 1.5 लाख स्वयंसेवक महिलाओं को ई-सखियों के रूप में इस अभियान से जोड़ कर प्रत्येक ग्रामीण परिवार से कम से कम एक व्यक्ति को डिजिटली साक्षर बनाना|
- 1.5 लाख स्वयंसेवकों को ई-सखी के रूप में नामांकित कर उनके संबंधित गांव / शहरी क्षेत्रों से कम से कम 100 लोगों को प्रशिक्षित करना |
- यह डिजिटल साक्षरता अभियान मई 2018 से शुरू होगा और दिसंबर 2018 तक जारी रहेगा, जिसके तहत 1.5 करोड़ लोगों को डिजिटली साक्षर बनाया जाएगा।
- ई-सखी के आवेदन हेतु पात्रता
- आयु – 18 से 35 वर्ष
- शैक्षणिक योग्यता –12वीं पास
- आवेदक के पास भामाशाह आईडी हो
- आवेदक के पास स्मार्टफ़ोन हो
- ई-मेल आईडी हो
- सामाजिक कार्यों में रुचि हो और समाज के लिए कुछ करने का जज़्बा हो
आवेदन करने की प्रक्रिया
- ई-सखी बनने हेतु आप गूगल प्ले स्टोर में उपलब्ध “ई-सखी” नामक मोबाइल ऐप डाउनलोड कर अथवा वेबसाइट www.esakhi.rajasthan.gov.in पर जाकर अपने SSO ID के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं |
- अगर आपने अभी तक SSO ID नहीं बनाया है तो आप वेबसाइट https://sso.rajasthan.gov.in/register ओपन कर पंजीकरण करवा सकते हैं |
- आप भामाशाह कार्ड /आधार कार्ड/ फेसबुक/ G-mail ID के माध्यम से पंजीकरण कर सकते हैं|