अन्नपूर्णा दूध योजना
राजस्थान में पहली बार अन्नपूर्णा दूध योजना में सरकारी स्कूल के कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों को मुफ़्त दूध पिलाया जा रहा है। यह योजना पूरे प्रदेश में 2 जुलाई 2018 से शुरू हो चुकी है।
मिड डे मील योजना के अंतर्गत राज्य की सभी सरकारी स्कूलों व मदरसों के बच्चों को स्कूल में अलग-अलग दिन रोटी, सब्जी दाल, चांवल, खिचड़ी जैसा पौष्टिक खाना दिया जाता है। अब बच्चों को मिड डे मील के साथ ही अन्नपूर्णा दूध योजना में मुफ़्त दूध भी पीने को दिया जा रहा है।
- सरकारी स्कूल व मदरसों में पढ़ने वाले पहली से आठवीं तक के बच्चों को सप्ताह में तीन दिन मुफ़्त दूध पिलाया जाता है।
- पहली से पांचवीं तक के बच्चों को 150 ग्राम व कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों को 200 ग्राम दूध पिलाया जाता है।
- शहरी क्षेत्रों में सोमवार, बुधवार व शुक्रवार को दूध पिलाया जा रहा है।
- ग्रामीण क्षेत्रों में सोमवार, बुधवार व शुक्रवार अथवा मंगलवार, गुरूवार व शनिवार को दूध पिलाया जा रहा है।
- दूध की गुणवत्ता व शुद्धता की नियमित जांच की जाती है।
- सभी 66,506 सरकारी स्कूलों और मदरसों के 62 लाख से ज़्यादा बच्चों को लाभ मिल रहा है।
- गांवों में रजिस्टर्ड महिला दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति, अन्य रजिस्टर्ड सहकारी समितियां, महिला स्वयं सहायता समूहों से और शहरों में सरस डेयरी से दूध की खरीद।