भारतीय इतिहास एवं कला और संस्कृति:क्विज 1
[1] हरिषेण की प्रयाग प्रशस्ति के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः
1. इस प्रशस्ति की भाषा संस्कृत, लिपि ब्राह्मी और शैली चम्पू है।
2. इस अभिलेख पर अशोक, समुद्रगुप्त, बीरबल और जहाँगीर के लेख हैं।
3. इसमें समुद्रगुप्त के विजय अभियान का विस्तृत वर्णन है, किंतु उसके द्वारा किये गए अश्वमेध यज्ञ की सूचना नहीं मिलती।
4.प्रयाग प्रशस्तिगुप्त राजवंशके सम्राट समुद्रगुप्त के दरबारी कवि हरिषेण द्वारा रचित लेख था।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
A) |
केवल 1 और 2 |
B) |
केवल 2 |
C) |
1, 2 और 3 |
D) |
उपरोक्त सभी। |
उत्तरः (D)
व्याख्याः
1-यह स्तंभ प्रयाग में मौर्य शासक अशोक के 3 स्तम्भ लेखों में से एक है। प्रयाग के संगम-तट पर पूर्व में सम्राट अशोक द्वारा बनवाये गए किले में अवस्थित 10.6 मी. ऊँचा अशोक स्तम्भ 232 ई.पू. का है, जिस पर तीन शासकों के लेख खुदे हुए हैं। इस स्तंभ को 200 ई. में में समुद्रगुप्त द्वारा कौशाम्बी से प्रयाग लाया गया और तब उसके दरबारी कवि हरिषेण रचित प्रयाग-प्रशस्ति लेख इस पर खुदवाया गया था। बाद में 1605 ई. में इस स्तम्भ पर मुगल सम्राट जहाँगीर के राजतिलक का उल्लेख भी इस पर खुदवाया गया।
[2] प्राचीन भारत में सिक्कों से संबंधित निम्नलिखित कथनों में कौन-सा कथन सत्य है?
1. |
भारत में सर्वप्रथम स्वर्ण सिक्के इण्डो-ग्रीक शासकों ने चलाए। |
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2. |
रजत मुद्रा को द्रम्म कहा जाता था। |
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3. |
भारतीय इतिहास में सर्वाधिक तांबे के सिक्के कुषाणों ने जारी किये। |
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4.कनिष्क की कनिष्क की मुद्रा पर न सिर्फ यूनानी और ईरानी अपितु भारतीय तथा पर्सियन देवताओं का भी उल्लेख मिलता है। 5. कनिष्क के सिक्कों पर अग्रभाग में हवनकुण्ड में आहुति देते हुए राजा तथा पृष्ठ भाग में देवता का अंकन है। उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
|
उत्तरः (d)
[3] अशोक के कुछ अभिलेख जो अपने मूल स्थान से हटाए गए, के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सत्य है?
1. |
मेरठ स्तंभ शिलालेख, फिरोजशाह तुगलक द्वारा दिल्ली लाया गया। |
2. |
टोपरा स्तंभ शिलालेख, फिरोजशाह तुगलक द्वारा दिल्ली लाया गया। |
3. |
कौशाम्बी स्तंभ लेख, अकबर द्वारा इलाहाबाद लाया गया। |
4. |
वैराट अभिलेख, कनिंघम द्वारा कलकत्ता लाया गया। |
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग करके सही उत्तर का चयन कीजिये।
A) |
केवल 1 |
B) |
केवल 1 और 2 |
C) |
केवल 2, 3 और 4 |
D) |
1, 2, 3 और 4 |
उत्तरः (D)
[4] सूची-I को सूची-II के साथ सुमेलित कीजिये और सूचियों के नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये।
सूची-I(अशोक के वृहद् शिलालेख) |
सूची-II(वर्णित विषय) |
A. प्रथम वृहद् शिलालेख |
1. कलिंग विजय तथा सीरिया, मिस्र मेसीडोनिया,के शासकों का वर्णन। |
B. सातवाँ वृहद् शिलालेख |
2. धम्मनीति की व्याख्या |
C. ग्यारहवाँ वृहद् शिलालेख |
3. अशोक द्वारा तीर्थ यात्राओ का वर्णन। |
D. तेरहवाँ वृहद् शिलालेख |
4. पशु हत्या पर रोक |
कूटः
A B C D
A) |
4 3 2 1 |
B) |
4 1 3 2 |
C) |
3 1 2 4 |
D) |
1 2 3 4 |
उत्तरः (a)
व्याख्याः
1-प्रथम वृहद् शिलालेख – पशुहत्या पर रोक
2-सातवाँ वृहद् शिलालेख – अशोक द्वारा तीर्थ यात्राओ का वर्णन। सातवाँ अभिलेख सबसे लम्बा है।
3-ग्यारहवां वृहद शिलालेख – धम्म नीति की व्याख्या
4-तेरहवां वृहद् शिलालेख –
(a) कलिंग विजय तथा सीरिया, मिस्र,मेसिडोनिया के शासको का वर्णन
(b) तेरहवें शिलालेख में मिस्र के राजा तुरमय (जिसे टॉलमी द्वितीय फिलाडेल्फस भी कहा जाता है), सीरिया के राजा एंटीयोकस तथा मग, मेसीडोनिया के शासक एंटिगोनस या अंतिकीन तथा अलिकसुंदर अथवा एपिरस के अलेक्जेंडर का वर्णन किया गया है।
(c)इसके अतिरिक्त दक्षिण में चोल, पाण्ड्य, ताम्रपर्णी (श्रीलंका) पर भी धम्म विजय की सूचना मिलती है।
नोटः चोल, पाण्ड्य, सतियपुत्र, केरल पुत्र, श्रीलंका एवं यूनानी राजा और उसकी पड़ोसी भूमि पर चिकित्सा उपलब्ध करवाने की जानकारी द्वितीय वृहद् शिलालेख से मिलती है।
[5] निम्नलिखित कथनों में कौन-सा सही है?
1- 800 से 600 ईसा पूर्व का काल ब्राह्मण काल से जुड़ा है .
2- प्रायः सातवीं या छठी शताब्दी ई.पू. तक का समय सूत्र काल कहा जाता है।
A) |
केवल 1 |
B) |
केवल 2 |
C) |
1, और 2 दोनों |
D) |
उपरोक्त में से कोई नहीं |
उत्तरः (c)