QUIZ 11
[1] भारत सरकार की ‘उड़ान’ (UDAN) योजना के संबंध में निम्नलिखित में से कौन-से कथन सत्य हैं?
1. यह मुख्यतः एक क्षेत्रीय संपर्क योजना (Regional Connectivity Scheme) है।
2. इस योजना के लिये कार्यान्वयनकारी एजेंसी ‘भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण’ (Airports Authority of India- AAI) है।
3. इस योजना का नोडल मंत्रालय "नागरिक उड्डयन मंत्रालय" है
कूटः
A) |
केवल 1 और 2 |
B) |
केवल 2 और 3 |
C) |
केवल 1 और 3 |
D) |
1, 2 और 3 |
उत्तरः (D)
व्याख्याः
1-‘UDAN’ योजना के तहत भारत के उन हवाई अड्डों को वायु यातायात द्वारा जोड़ा जाएगा, जो कि अनसर्वड् (Unserved) हैं या फिर अंडर-सर्वड् (Under Served) ।
2-21 अक्तूबर, 2016 को केंद्रीय ‘नागरिक उड्डयन मंत्रालय’ (Ministry of Civil Aviation) द्वारा ‘उड़ान’ (UDAN- "उड़े देश का आम नागरिक") योजना को आरंभ किया गया, जो कि मुख्य रूप से एक ‘क्षेत्रीय वायुसंपर्क योजना’ है। यह जनवरी 2017 से प्रारंभ हो जाएगी एवं अगले 10 वर्षों तक लागू रहेगी।
3-यह अपने तरह की एक पहली योजना है जो सामर्थ्यता, कनेक्टिविटी, वृद्धि एवं विकास को सुनिश्चित करने का कार्य करेगी। इसके तहत सरकार द्वारा हवाई जहाज कंपनियों को सब्सिडी भी प्रदान की जाएगी।
[2] ‘आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति’ (Cabinet Committee on Economic Affairs - CCEA) के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
1. यह एक‘स्थायी समिति’ है।
2. गन्ने के लिये ‘उचित एवं लाभकारी मूल्य’ (Fair and Remunerative Price - FRP) हेतु अनुशंसाएँ ‘कृषि लागत एवं मूल्य के लिये आयोग’ (CACP- Commission for Agricultural Costs and Prices) द्वारा सरकार को की जाती है, जिसकी मंजूरी ‘आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति’ (CCEA) द्वारा दी जाती है।
कूटः
A) |
केवल 1 |
B) |
केवल 2 |
C) |
1 और 2 दोनों |
D) |
दोनों में से कोई नहीं। |
उत्तरः (C)
व्याख्याः
वर्तमान समय में संसद द्वारा किया जाने वाला कार्य न केवल अपनी प्रकृति में विविध है अपितु, अपनी मात्रा में भी काफी अधिक है। इन कार्यों के प्रभावी रूप से निबटान हेतु संसद द्वारा ‘समिति व्यवस्था’ को 90 के दशक में अपनाया गया था, जिन्हें ‘संसदीय समितियाँ (Parliamentary Committee) कहते हैं।
ये ‘संसदीय समितियाँ’ दो प्रकार की होती हैं-
1. स्थायी समितियाँ (Standing Committees) - इन्हें प्रत्येक वर्ष अथवा अक्सर गठित किया जाता है तथा ये निरंतर कार्य करते हैं।
2. तदर्थ समितियाँ (Ad-hoc Committees) - इन्हें किसी विशिष्ट प्रयोजन के लिये गठित किया जाता है एवं कार्य की समाप्ति एवं रिपोर्ट को सौंपने के पश्चात् इन्हें भंग कर दिया जाता है।
स्थायी समितियों का स्वरूप स्थायी होता है, इनका गठन प्रत्येक वर्ष (अथवा समय-समय पर) सदन द्वारा किया जाता है। इनका निर्वाचन सदन के सदस्यों द्वारा और मनोनयन सदन के अध्यक्ष/सभापति द्वारा किया जाता है। तदर्थ समितियां ऐसी समितियां होती हैं जिनका गठन किसी विशिष्ट मामले पर विचार करने के लिए किया जाता है, ये समितियां अपने उद्देश्य की पूर्ति के साथ ही भंग हो जाती हैं।
व्यापक स्तर पर देखने से स्थायी संसदीय समितियों को भी तीन भागों में बांटा जा सकता है। इस प्रकार कुल समितियों के चार प्रकार हो जाते है :
(1) वित्तीय समितियां (Financial Committees)।
(2) विभागीय स्थायी समितियां (Departmentally Related Standing Committees)।
(3) अन्य संसदीय स्थायी समितियां (Other Parliamentary Standing Committees)।
(4) तदर्थ समितियां (Ad hoc Committees)।
वित्तीय समितियों के अंतर्गत मुख्यतः तीन प्रकार की समितियां आती हैं-
- प्राक्कलन समिति (Estimate Committee),
- लोक-लेखा समिति (Public Accounts Committees), और
- सरकारी उपक्रमों सम्बन्धी समिति (Committee on Public Undertakings) ।
प्राक्कलन समिति में 30 सदस्य होते हैं जो केवल लोकसभा से होते हैं। इस समिति के मुख्य कार्य हैं : सरकारी फिजूलखर्ची की आलोचना करना और रोक लगाना, मितव्ययिता लाने के वैकल्पिक उपायों पर विचार करना और सरकारी धन के समुचित व्यय की जाँच करना। लोक-लेखा समिति सबसे पुरानी समिति है, इसमें कुल 22 सदस्य होते हैं। यह मुख्यतः भारत सरकार के व्यय के लिए सदन द्वारा प्रदान की गयी राशियों का विनियोग दर्शाने वाली लेखाओं की जाँच करती है। भारत का नियंत्रक महालेखापरीक्षक (CAG), इस समिति की बैठकों में भाग लेता है और समिति की सहायता करता है। सरकारी उपक्रमों सम्बन्धी समिति का मुख्य कार्य यह देखना और जाँच करना होता है कि सरकारी उपक्रमों की स्वायत्तता और कार्यकुशलता के सन्दर्भ में सरकारी उपक्रमों के कार्य, समुचित व्यापार सिद्धांतों और विवेकपूर्ण वाणिज्यिक प्रथाओं के अनुसार चलाये जा रहे हैं या नहीं।
हाल ही में सी.सी.ई.ए. ने पाँच बीमा कंपनियों (The New India Assurance Company, United India Insurance Company, Oriental Insurance Company, National Insurance Company and General Insurance Corporation of India) के शेयर बाजार (Stock Market) में लिस्टेड होने के निर्णय को मंजूरी प्रदान कर दी है। ध्यातव्य है कि इस माध्यम से सरकार इन कंपनियों से 25% का विनिवेश करना चाहती है।
[3] "कलाम द्वीप" के संबंध में निम्नलिखित में से कौन-सा/से कथन असत्य है/हैं?
1. यह द्वीप हिंद महासागर के बंगाल की खाड़ी में अवस्थित है।
2. यह ओडिशा राज्य में अवस्थित है।
3. यह भारत का एक प्रमुख उन्नत मिसाइल परीक्षण क्षेत्र है।
कूटः
A) |
केवल 1 और 3 |
B) |
केवल 2 और 3 |
C) |
केवल 3 |
D) |
इनमें से कोई नहीं। |
उत्तरः (D)
व्याख्याः
1-पूर्व राष्ट्रपति ए.पी.जे. अब्दुल कलाम को श्रद्धांजलि देने के लिये हिंद महासागर के बंगाल की खाड़ी में स्थित देश के सबसे उन्नत मिसाइल परीक्षण क्षेत्र "व्हीलर द्वीप" का नाम बदलकर "अब्दुल कलाम द्वीप" कर दिया गया है।
2-यह द्वीप ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर से लगभग 150 किमी दूर बंगाल की खाड़ी में अवस्थित है।
3-ध्यातव्य है कि इस द्वीप से पृथ्वी, अग्नि, आकाश, ब्रह्मोस, प्रहार, शौर्य, निर्भय जैसी विभिन्न प्रकार की 70 से अधिक मिसाइलों का परीक्षण हो चुका है।
[4] ‘घटना क्षितिज’ (Event Horizon) के संबंध में निम्नलिखित में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
1. ‘घटना क्षितिज’ (Event Horizon) स्पेस में स्थित उस क्षेत्र की सीमा रेखा है, जिसके भीतर घटित घटनाएँ एक बाहरी पर्यवेक्षक को प्रभावित नहीं कर सकती हैं।
2. यह स्पेस में स्थित उस क्षेत्र की सीमा रेखा है, जिसके भीतर घटित घटनाएँ एक बाहरी पर्यवेक्षक को प्रभावित नहीं कर सकती हैं।
कूटः
A) |
केवल 1 |
B) |
केवल 2 |
C) |
1 और 2 दोनों |
D) |
दोनों में से कोई नहीं। |
उत्तरः (C)
व्याख्याः
‘घटना क्षितिज’ (Event Horizon) स्पेस में स्थित उस क्षेत्र की सीमा रेखा है, जिसके भीतर घटित घटनाएँ एक बाहरी पर्यवेक्षक को प्रभावित नहीं कर सकती हैं। दूसरे शब्दों में यदि कहा जाए तो इसे ऐसे बिंदु व रेखा के रूप में परिभाषित किया जा सकता है, जहाँ पर गुरूत्वाकर्षण बल का प्रभाव इतना अधिक होता है कि उस क्षेत्र से प्रकाश तक बाहर न जा सके।
"घटना क्षितिज" सामान्य तौर पर प्रायः "ब्लैक होल" (Black Hole) से संबंधित है। अर्थात् ‘ब्लैक होल’ के बाह्य सीमा क्षेत्र, जहाँ से प्रकाश की किरणें भी बाहर नहीं आ सकती, को ‘घटना क्षितिज’ (Event Horizon) कहा जाता है।
श्याम विवर का आकार कितना होता है ?
श्याम विवर के अंदर सारा द्रव्यमान एक अत्यधिक छोटे बिन्दू नुमा क्षेत्र मे सीमित होता है जिसे केन्द्रीय सिंगयुलैरीटी(Central Singularity) कहते है। घटना-क्षितिज(Event Horizon) श्याम विवर को घेरे हुये एक काल्पनिक गोला है जो श्याम विवर के पास जा सकने की सुरक्षित सीमा दर्शाता है। घटना क्षितीज को पार करने के बाद वापसी असंभव है, इस सीमा के बाद आप श्याम विवर के गुरुत्वाकर्षण की चपेट मे आकर केन्द्रिय सिंगयुलैरीटी मे समा जायेंगे। घटना-क्षितिज की त्रिज्या को जर्मन वैज्ञानिक स्क्वार्ज्सचील्ड के सम्मान मे स्क्वार्ज्सचील्ड त्रिज्या (Schwarzschild radius)कहते है।
ध्यातव्य है कि हाल ही में ‘ब्लैक होल’ पर शोध करने वाले भारत के महान शोधार्थी प्रोफेसर सी.वी. विश्वेश्वर की मृत्यु हो गई। इन्होंने दो ब्लैक होल्स के मिलने पर प्राप्त होने वाली तरंगों को चिह्नित किया था, जिसे वर्ष 2015 में लीगो (LIGO) के द्वारा जाँचा गया। ये बंगलूरू के "जवाहरलाल नेहरू नक्षत्र भवन" के संस्थापक निदेशक रहे। इन्होंने कई पुस्तकें लिखीं, जिनमें से कुछ प्रमुख निम्नलिखित हैं:-
→ Einstein's Enigma
→ Black Holes in My Bubble Bath
[5] ‘खाड़ी सहयोग परिषद’ (Gulf Cooperation Council- GCC) के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
1. पर्सिया की खाड़ी (Persian Gulf) से सटे समस्त देश (ईरान को छोड़कर) खाड़ी सहयोग परिषद के सदस्य हैं।
2.वर्ष 1981 में स्थापित यह ‘खाड़ी सहयोग परिषद’ एक क्षेत्रीय अंतर-सरकारी राजनीतिक एवं आर्थिक संघ है
3.इसका मुख्यालय सउदी अरब की राजधानी ‘रियाद’ में अवस्थित है।
कूटः
A) |
केवल 1 |
B) |
केवल 2 |
C) |
1 और 2 दोनों |
D) |
1,2 और 3 |
उत्तरः (d)
व्याख्याः
खाड़ी सहयोग परिषद (Gulf Cooperation Council)
इसमें कुल 6 देश शामिल हैं-
(i) कुवैत
(ii) सउदी अरब
(iii) बहरीन
(iv) कतर
(v) यू.ए.ई
(vi) ओमान
इन देशों के अलावा कोई अन्य देश इस परिषद से नहीं जुड़ा है।