QUIZ 2

QUIZ 2

[1] उपरोक्त मानचित्र का अध्यनन कीजिये

(A)गिनी धारा

(B)ओयाशियो धारा

(C)केनेरी धारा

(D)क्यूरोशियो  धारा

 

उत्तरः (b)

 

 [2] निम्नलिखित में से कौन-से कथन सत्य हैं?
1. विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम 2010 और विदेशी अंशदान (विनियमन) नियमावली, 2011 लागू हो जाने के बाद विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम 1976 निरस्त हो गया है।
2. ‘कम्पैशन इंटरनेशनल’ को गृह मंत्रालय द्वारा ‘पूर्व अनुमति श्रेणी’ (Prior Permission Category) में रखा गया है।
3. "विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम, 2010” [Foreign Contribution (Regulation) Act, 2010 - FCRA] भारत में एन.जी.ओ. (NGOs) के विदेशी फंडिंग का विनियमन करती है।
4. FCRA के अधीन प्रतिबंधित एन.जी.ओ. की सूची को वित्त मंत्रालय तैयार करता है।
कूटः

A)

केवल 1 और 2

B)

केवल 2 और 3

C)

केवल 1 और 3

D)

1,2 और 3

उत्तरः (D)
व्याख्याः

1-‘कम्पैशन इंटरनेशनल’ (CI) पश्चिमी अमेरिकी राज्य कोलोराडो स्थित एक एन.जी.ओ है, जो मुख्यरूप से स्पॉन्सरशिप के माध्यम से ‘समग्र बाल विकास’ के लिये कार्य करती है। इसकी स्थापना वर्ष 1952 में हुई थी। इसका ध्येय - "Releasing Children from Poverty in Jesus' name" है ।

2-यह एक ‘बाल अधिकार डोनर एजेंसी’ (Child Rights Donor Agency) है जो भारत में लगभग 350 NGOs को प्रत्येक वर्ष लगभग 290 करोड़ रुपए की फंडिंग करती है। वित्तीयन में कुछ अनियमितताओं को ध्यान में रखते हुए 'गृह मंत्रालय' द्वारा इसे NGO के ‘पूर्व अनुमति श्रेणी’ (Prior Permission Category) में रखा गया है, जिसके अंतर्गत CI को भारत में NGOs की फंडिंग करने से पूर्व गृह मंत्रालय से अनुमति लेना आवश्यक होगा।

3-विदेशी अंशदान (विनियमन) नियम, 2011 के नियम 17(1) के अनुसार, विदेशी अंशदान प्राप्‍त करने वाले प्रत्‍येक व्‍यक्ति से प्रत्‍येक वित्‍तीय वर्ष के संबंध में वर्ष की समाप्ति से नौ माह की अवधि के भीतर अर्थात 31 दिसंबर तक वार्षिक लेखा प्रस्‍तुत करना अपेक्षित है।

4-"विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम, 2010" पूर्व के अधिनियम 'विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम,1976' को विस्थापित कर प्रभाव में है। जिसका कार्य भारत में एन.जी.ओ. के विदेशी वित्तीयन का विनियमन करना है। इस हेतु ‘प्रतिबंधित’ अथवा ‘पूर्व अनुमति श्रेणी’ जैसे एन.जी.ओ. की सूची गृह मंत्रालय द्वारा जारी की जाती है। अतः कथन 4 गलत है ।

 

 

[3] भारतीय मौसम-विज्ञान विभाग (India Meteorological Department-IMD) के बारे में निम्नलिखित में से कौन-से कथन सही हैं?
1. "पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय"  इसका नोडल मंत्रालय है।
2. यह एक प्रमुख एजेंसी है जो मौसम संबंधी अवलोकन एवं मौसम की भविष्यवाणी के साथ-साथ भूकंप विज्ञान के लिये भी उत्तरदायी है।
3. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग स्वतंत्रता के बाद 27 अप्रैल 1949 को "विश्व मौसम-विज्ञान संगठन" (World Meteorological Organization- WMO)  का सदस्य बना।
कूटः

A)

केवल 1 और 2

B)

केवल 2 और 3

C)

केवल 1 और 3

D)

1, 2 और 3

उत्तरः (D)
व्याख्याः

1-भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (भा॰मौ॰वि॰वि॰) भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अंतर्गत मौसम विज्ञान प्रक्षेण, मौसम पूर्वानुमान  और भूकंप विज्ञान का कार्यभार सँभालने वाली सर्वप्रमुख एजेंसी है। मौसम विज्ञान विभाग का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है। इस विभाग के द्वारा भारत से लेकर अंटार्कटिका  भर में सैकड़ों प्रक्षेण स्टेशन चलाये जाते हैं।

2-IMD एक प्रमुख एजेंसी है जो मौसम संबंधी अवलोकन एवं मौसम की भविष्यवाणी के साथ-साथ भूकम्प विज्ञान के लिये भी उत्तरदायी है।

3-"विश्व मौसम-विज्ञान संगठन" (World Meteorological Organization- WMO) के छः "क्षेत्रीय विशेषीकृत मौसम-विज्ञान केंद्र" (Regional Specialized Meteorological Centre) निम्नलिखित हैं:-

  • दक्षिण-पश्चिम प्रशांत महासागर: आर.एस.एम.सी. नाडी- उष्णकटिबंधीय चक्रवात केंद्र- फ़िजी मौसम विज्ञान सेवा (नाडी, फ़िजी)
    •दक्षिण-पश्चिम हिंद महासागर: आर.एस.एम.सी. ला रीयूनियन- उष्णकटिबंधीय चक्रवात केंद्र/ मेटेयो फ्रांस (रीयूनियन द्वीप, फ्रांसीसी प्रवासी विभाग)
    •बंगाल की खाड़ी और अरब सागर: आर.एस.एम.सी. उष्णकटिबंधीय चक्रवात/ भारतीय मौसम विभाग (नई दिल्ली, भारत)
    •पश्चिमी उत्तर प्रशांत महासागर और दक्षिणी चीन सागर- आर.एस.एम.सी. जापान मौसम विभाग (टोक्यो, जापान)
    •मध्य उत्तर प्रशांत महासागर- आर.एस.एम.सी./ होनोलूलू केंद्रीय प्रशांत हरिकेन केंद्र (होनोलूलू, हवाई, संयुक्त राज्य अमेरिका)
    •पूर्वोत्तर प्रशांत महासागर, मैक्सिको की खाड़ी, कैरेबियन सागर और उत्तर अटलांटिक महासागर- आर.एस.एम.सी. मियामी/ राष्ट्रीय हरिकेन केंद्र, मियामी, संयुक्त राज्य अमेरिका

 

[4] निम्नलिखित में कौन–सा/से कथन सत्य है/हैं?
1. मद्रास प्रेसिडेंसी के मदुरै में जन्मीं एम.एस. सुब्बुलक्ष्मी एक प्रख्यात कर्नाटक संगीत गायिका (Carnatic vocalist) थीं

2.आप पहली भारतीय हैं जिन्होंनेसंयुक्त राष्ट्र संघ की सभा में संगीत कार्यक्रम प्रस्तुत किया

कूटः

A)

केवल 1

B)

केवल 2

C)

1 और 2 दोनों

D)

न तो 1 और न ही 2

उत्तरः (c)
व्याख्याः

1- श्रीमती सुब्बुलक्ष्मी ने कई फ़िल्मों में भी अभिनय किया। इनमें सबसे यादगार है  मीरा फ़िल्म में आपकी मुख्य भूमिका। यह फ़िल्म तमिल तथा हिंदी में बनाई गई थी और इसमें आपने कई प्रसिद्ध  मीरा भजन गाए।

2-मद्रास प्रेसिडेंसी के मदुरै में जन्मीं एम.एस. सुब्बुलक्ष्मी (16 सितंबर, 1916 -11 दिसंबर, 2004) एक प्रख्यात कर्नाटक संगीत गायिका (Carnatic vocalist) थीं।

3- आप पहली स्त्री हैं जिनको कर्णाटक संगीत का सर्वोत्तम पुरस्कार, संगीत कलानिधि प्राप्त हुआ।

4-इन्हें सन् 1998 में भारत सरकार द्वारा भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ प्रदान किया गया। इस सम्मान को प्राप्त करने वाली ये अब तक की पहली कर्नाटक शास्त्रीय गायिका (Carnatic classical singer) हैं। चूँकि, इन्हें यह सम्मान 1998 में मिला और इनकी मृत्यु वर्ष 2004 में हुई.

5- सुब्बुलक्ष्मी के सम्मान में संयुक्त राष्ट्र के डाक प्रशासन ने 1.20 डॉलर मूल्य का डाक टिकट जारी किया, जिसमें उनकी तस्वीर के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र का प्रतिष्ठित नीला चिह्न है. इस साल उनकी सौवीं जयंती (2016) भी है.

6- एम.एस. सुब्बालक्ष्मी के इसी कलात्मक योगदान तथा उनके जन सरोकार के लिए वर्ष 1974 का मैग्सेसे पुरस्कार प्रदान किया गया 

 

 

[5] ‘ज़रदोज़ी’ के संबंध में निम्नलिखित में से कौन-से कथन सत्य हैं?
1. यह एक प्रमुख प्राचीन एवं आकर्षक चित्रकला है, जो भारत, पाकिस्तान एवं ईरान में काफी प्रचलित है।
2. इसमें सामान्यतः सोने एवं चांदी के धागों (थ्रेड्स) का प्रयोग किया जाता है।
3. भारत में ज़रदोज़ी के अस्तित्व को ऋग्वैदिक काल से देखा जा सकता है।

 
कूटः

A)

केवल 1 और 2

B)

केवल 1 और 3

C)

केवल 2 और 3

D)

1, 2 और 3

उत्तरः (c)
व्याख्याः

 1-जरदोजी बहुत ही कलात्मक तथा धैर्य का काम है। इसकी बारीकी को समझने के लिए यह जरुरी है कि इसे कम उम्र से ही सीखा जाए। फलतः जरदोजी के पेशे में बच्चे तथा औरतें भी लगे हुए हैं।

2-ज़रदोज़ी शब्द की उत्पत्ति दो पर्सियन शब्दों ‘ज़र’ एवं ‘दोज़ी’ से हुई है, जिनके शाब्दिक अर्थ क्रमशः ‘सोना’ (Gold) तथा ‘कढ़ाई’ (Embroidery) हैं। अतः ज़रदोज़ी कपड़े पर की जाने वाली एक बहुत ही सुंदर धातु कढ़ाई है, जो कभी राजा-महाराजाओं की पोशाक को सुशोभित करने के लिये प्रयोग की जाती थी।

3-भारत में ज़रदोज़ी कढ़ाई के प्रमुख केंद्र के रूप में लखनऊ, भोपाल, हैदराबाद, दिल्ली, आगरा, कश्मीर, मुंबई, अजमेर एवं मद्रास को शामिल किया जाता है।

4-हालाँकि, लखनवी ज़रदोज़ी उत्पाद काफी आकर्षक एवं महँगे होते हैं, किंतु एक सर्वे के अनुसार लखनऊ एवं उसके आस-पास के क्षेत्रों में लगभग 3-5 लाख लोग इस कार्य में कार्यरत हैं, जिनमें से अधिकांश मुस्लिम समुदाय से हैं। ये लोग अपना कार्य घर से करते हैं एवं इनकी कार्य-दशाएँ काफी दयनीय एवं चिंताजनक हैं।

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