QUIZ 3
[1] भारत एवं इण्डोनेशिया के संबंध में निम्नलिखित में से कौन-से कथन सत्य हैं?
1. भारत दक्षिण पूर्वी एशिया का एक देश है
2. दोनों ही देश SAARC के सदस्य हैं।
3. भारत और इण्डोनेशिया दोनों ही देश, G-20 एवं क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी (Regional Comprehensive Economic Partnership) में से किसी का भी सदस्य नहीं है।
कूटः
A) |
केवल 1 और 2 |
B) |
केवल 2 और 3 |
C) |
केवल 1, 2 और 3 |
D) |
इनमें से कोई नहीं |
उत्तरः (d)
व्याख्याः
1-भारत दक्षिण एशिया का एक देश है, जबकि इण्डोनेशिया दक्षिण-पूर्वी एशिया का भाग है।
दक्षिण एशियाई देशों का क्षेत्रीय समूह SAARC है। जबकि आसियान (ASEAN) दक्षिणी-पूर्वी एशियाई देशों का एक समूह है।
2-आसियान की स्थापना 8 अगस्त,1967 को बैंकॉक उद्घोषणा के तहत की गई थी। इसके सदस्य देशों की संख्या 10 है, जो निम्नलिखित हैं-
- म्यांमार 2. थाईलैंड 3. लाओस 4. कम्बोडिया 5. वियतनाम 6.मलेशिया 7. सिंगापुर 8. ब्रूनेई 9. इण्डोनेशिया 10. फिलीपींस
3-वर्ष 1997 में आसियान देशों के द्वारा इस समूह में तीन अन्य देशों (चीन, जापान एवं दक्षिण कोरिया) को शामिल किया गया जिसे, ‘आसियान प्लस थ्री’ के नाम से जाना गया।
4-पुनः नवंबर 2012 में आसियान के कंबोडिया बैठक में ‘आसियान प्लस थ्री’ में तीन अन्य देशों (भारत, ऑस्ट्रेलिया एवं न्यूज़ीलैण्ड) को शामिल किया गया, जिसे ‘आसियान + 6’ अथवा ‘RCEP’ (Regional Comprehensive Economic Partnership) नाम दिया गया, जो कि इन 16 देशों के मध्य मुक्त व्यापार हेतु अपनी वार्ता के प्रथम चरण में है।
5-इण्डोनेशिया G-20 का सदस्य है। इसके अन्य सदस्य देश निम्नलिखित हैं:-
अमेरिका |
दक्षिण अफ्रीका |
यू.के. |
रूस |
सऊदी अरब |
भारत |
ऑस्ट्रेलिया |
कनाडा |
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फ्राँस |
तुर्की |
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चीन |
न्यूज़ीलैंड |
मैक्सिको |
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जर्मनी |
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जापान |
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ब्राज़ील |
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इटली |
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दक्षिण कोरिया |
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अर्जेंटीना |
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इण्डोनेशिया |
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[2] समाचार पत्रों में काफी चर्चा में रही ‘नाइन-डैश लाइन’ (9-dash Line) का संबंध निम्नलिखित में से किस सागर से है?
A) |
लाल सागर |
B) |
पीला सागर |
C) |
अरल सागर |
D) |
दक्षिणी चीन सागर |
उत्तरः (d)
व्याख्याः
1-नाइन डैश लाइन, जिसे कभी-कभी 10-dash line और 11-dash line के नाम से भी जाना जाता है, चीन (Republic of China) के द्वारा दक्षिणी-चीन सागर के एक बड़े से हिस्से पर दावा करने हेतु की गई एक ‘डिमार्केशन लाइन’ है, जो U-आकार की है।
2-हाल ही में नीदरलैंड के ‘द हेग’ शहर में स्थित पी.सी.ए. (परमानेंट कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन) ने इस 9-dash line द्वारा दक्षिणी चीन सागर में ऐतिहासिक आधार पर चीन के इस दावे को खारिज कर दिया था, जिसे चीन ने मानने से इंकार कर दिया था। चीन के खिलाफ इस मामले की अगुआई फिलीपींस ने की थी।
3-इस डिमार्केशन लाइन के अंतर्गत कई द्वीप आते हैं, जिनमें स्पार्टले द्वीप काफी बड़ा एवं महत्त्वपूर्ण है एवं इन पर कई अन्य देश जैसे फिलीपींस, ताइवान, वियतनाम, ब्रूनेई, मलेशिया भी अपना दावा करते हैं। इस कारण चीन के साथ लगातार इनकी टकराव की स्थिति बनी रहती है जो कि इस क्षेत्रीय अशांति का प्रमुख कारण है।
[3] कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (Employees' Provident Fund Organization-EPFO) के संबंध में निम्नलिखित में से कौन-से कथन सत्य हैं?
1. यह एक सांविधिक निकाय है।
2. इसका "श्रम एवं रोज़गार मंत्रालय" नोडल मंत्रालय है।
3. इससे संबंधित अधिनियम एवं योजनाएँ "केन्द्रीय न्यासी बोर्ड" (Central Board of Trustees) के नाम से जानी जाने वाली त्रिपक्षीय बोर्ड (Tri-Partite Board) द्वारा प्रशासित की जाती हैं, जिसमें केंद्र एवं राज्य सरकार के प्रतिनिधियों के साथ-साथ नियोक्ता एवं कर्मचारी शामिल होते हैं।
कूटः
A) |
केवल 1 और 2 |
B) |
केवल 2 और 3 |
C) |
केवल 1 और 3 |
D) |
केवल 1, 2 और 3 |
उत्तरः (D)
व्याख्याः
1-‘कर्मचारी भविष्य निधि’ (Employees' Provident Fund) 15 नवंबर, 1951 को ‘कर्मचारी भविष्य निधि अध्यादेश’ की उद्घोषणा के साथ अस्तित्व में आया, जिसे "कर्मचारी भविष्य निधि अधिनियम, 1952" द्वारा प्रतिस्थापित कर दिया गया। यह एक सांविधिक निकाय है । इसी अधिनियम को वर्तमान में "कर्मचारी भविष्य निधि एवं प्रकीर्ण उपबंध अधिनियम, 1952" (Employees’ Provident Funds and Miscellaneous Provisions Act, 1952) के नाम से जाना जाता है।
2-यह अधिनियम "जम्मू एवं कश्मीर" को छोड़कर संपूर्ण भारत पर समान रूप से लागू है।
3-ई.पी.एफ.ओ का नोडल मंत्रालय "श्रम एवं रोज़गार मंत्रालय" (Ministry of Labour and Employment) है।
4-इस संगठन का महत्त्वपूर्ण कार्य कारखानों एवं अन्य प्रतिष्ठानों में कार्यरत कर्मचारियों के लिये भविष्य निधि की संस्थागत सुविधा प्रदान करना है एवं इनसे संबंधित अधिनियम एवं योजनाओं के प्रशासन हेतु गठित त्रि-पक्षीय बोर्ड (अथवा, CBT-EPF) निम्नलिखित तीन योजनाओं को संचालित करता हैः-
- कर्मचारी भविष्य निधि स्कीम, 1952
•कर्मचारी स्कीम, 1995
•कर्मचारी डिपोजिट लिंक्ड इंश्योरेंस स्कीम, 1976
[4] निम्नलिखित में कौन-से जोड़े असत्य हैं?
मिसाइल |
संबंधित देश |
1. बराक-8 |
अमेरिका |
2. बाबर |
भारत |
3. ब्रह्मोस |
केवल रूस |
कूटः
A) |
केवल 1 और 2 |
B) |
केवल 2 और 3 |
C) |
केवल 1 और 3 |
D) |
1, 2 और 3 |
उत्तरः (d)
व्याख्याः
1. बराक-8:
बराक एक हिब्रू (Hebrew) शब्द है जिसका अर्थ है- "बिजली"।
यह एक भारतीय-इज़रायली ‘सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल’ (SAM) है।
यह एक LR-SAM (Long Range-Surface to Air Missile) है, जिसे किसी भी प्रकार के हवाई खतरों (हवाई जहाज, हेलिकॉप्टर, एंटी-शिप मिसाइल, यू.ए.वी, क्रूज़ मिसाइल तथा कॉम्बेट जेट को शामिल करते हुए) से रक्षा व बचाव हेतु दोनों देशों द्वारा मिलकर तैयार किया गया है।
- बाबरः
यह एक पाकिस्तानी क्रूज़ मिसाइल है, जिसे हत्फ-VII (Hatf-VII) के नाम से भी जाना जाता है।
यह पाकिस्तान द्वारा विकसित, निर्मित एवं प्रचालित पहली "भूमि हमले हेतु क्रूज मिसाइल" (Land attack cruise missile) है।
- ब्रह्मोसः
यह रूस के NPO Mashinostroeyenia एवं भारत के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) का एक संयुक्त उद्यम (Joint Venture) है।
यह एक "सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल" है।
यह एक द्विचरणीय मिसाइल (Two-Stage Missile) है जो क्रमशः ठोस एवं द्रव प्रणोदक पर कार्य करता है।
यह ‘दागो और भूल जाओ सिद्धांत’ (Fire and Forget Theory) पर कार्य करता है।
ब्रह्मोस की विशेषताएँ
- यह हवा में ही मार्ग बदल सकती है और चलते फिरते लक्ष्य को भी भेद सकती है।
- इसको वर्टिकल या सीधे कैसे भी प्रक्षेपक से दागा जा सकता है।
- यह मिसाइल तकनीक थलसेना, जलसेना और वायुसेना तीनों के काम आ सकती है।
- यह 10 मीटर की ऊँचाई पर उड़ान भर सकती है और रडार की पकड में नहीं आती।
- रडार ही नहीं किसी भी अन्य मिसाइल पहचान प्रणाली को धोखा देने में सक्षम है। इसको मार गिराना लगभग असम्भव है।
- ब्रह्मोस अमरीका की टॉम हॉक से लगभग दुगनी अधिक तेजी से वार कर सकती है, इसकी प्रहार क्षमता भी टॉम हॉक से अधिक है।
- आम मिसाइलों के विपरित यह मिसाइल हवा को खींच कर रेमजेट तकनीक से ऊर्जा प्राप्त करती है।
- यह मिसाइल 1200 यूनिट ऊर्जा पैदा कर अपने लक्ष्य को तहस नहस कर सकती है।
[5] "दक्षेस" (सार्क) के संबंध में निम्नलिखित में से कौन-से कथन असत्य हैं?
1. इसकी स्थापना वर्ष 1985 में ढ़ाका में हुई थी।
2. पाकिस्तान इसमें सबसे अंत में शामिल हुआ।
3. इसका सचिवालय एवं मुख्यालय काठमांडू (नेपाल) में है।
4. इसकी पहली बैठक ढ़ाका (बांग्लादेश) में हुई थी।
5. पिछले वर्ष के दिसम्बर में पाकिस्तान के इस्लामाबाद में संपन्न हुए 19वें दक्षेस सम्मेलन में ‘आतंकवाद’ के मुद्दे को काफी तीव्रता के साथ उठाया गया।
कूटः
A) |
2 और 5 |
B) |
1 और 3 |
C) |
3 और 4 |
D) |
4 और 5 |
उत्तरः (A)
व्याख्याः
दक्षेस (SAARC) आठ दक्षिण एशियाई देशों (अफगानिस्तान, पाकिस्तान, भारत, नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, श्रीलंका एवं मालदीव का एक क्षेत्रीय अंतर-सरकारी संगठन है; जो इस क्षेत्र की क्षेत्रीय अखंडता एवं इसके आर्थिक व सामाजिक विकास को प्रोत्साहित करता है।
इसकी स्थापना दिसंबर 1985 में बांग्लादेश की राजधानी ढ़ाका में हुई थी। ढ़ाका में ही दक्षेस का पहला सम्मेलन आयोजित किया गया था।
दक्षेस का सचिवालय नेपाल की राजधानी काठमाण्डू में स्थित है।
‘अफगानिस्तान’ दक्षेस में शामिल होने वाला अंतिम सदस्य देश है, जो वर्ष 2007 में इससे जुड़ा।
दक्षेस के आठ सदस्य देशों के अलावा नौ अन्य देशों को इसमें "पर्यवेक्षक राज्य" (Observer State) की भूमिका प्रदान की गई है जिससे संबंधित सूची निम्नलिखित है:-
SAARC |
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Member Countries (8) |
Observer States (9) |
Afghanistan |
U.S.A. |
Pakistan |
E.U. |
India |
China |
Nepal |
Japan |
Bhutan |
South Korea |
Bangladesh |
Australia |
Sri Lanka |
Iran |
Maldives |
Myanmar |
|
Mauritius |
9-10 दिसंबर, 2016 को पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में आयोजित होने वाली ‘सार्क’ की 19वीं बैठक को पाकिस्तान सरकार ने स्थगित (Postpone) कर दिया था। क्योंकि ‘उरी मामले’ के पश्चात् भारत ने इस बैठक का बहिष्कार कर दिया था, जिसका अन्य सदस्य देशों (अफगानिस्तान, बांग्लादेश एवं भूटान) ने भी समर्थन किया था।