QUIZ 22
[1] ‘माइक्रोबीड्स’ (Microbeads) के संबंध में निम्नलिखित में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
1. ये प्लास्टिक के अत्यंत छोटे (< 5 मिलिमीटर) कण होते हैं, जिनका प्रयोग एक्सफोलिएटर्स (मृत कोशिकाओं को हटाने वाले एजेंट) के रूप में किया जाता है।
2. ‘माइक्रोबीड्स’ जलीय जीवन एवं पर्यावरण के लिये काफी खतरनाक है।
3.इनका प्रयोग साबुन, टूथपेस्ट व अन्य सौंदर्य प्रसाधन से संबंधित उत्पादों में किया जाता है
कूटः
A) |
केवल 1 |
B) |
केवल 2 |
C) |
1 और 2 दोनों |
D) |
1,2 और 3 |
उत्तरः (D)
व्याख्याः
1-‘माइक्रोबीड्स’ (Microbeads) प्लास्टिक के अत्यंत छोटे-छोटे कण (जिनका आकार 5 मिलिमीटर से भी कम होता है) होते हैं। जब इनका प्रयोग साबुन, टूथपेस्ट व अन्य सौंदर्य प्रसाधन से संबंधित उत्पादों में किया जाता है, तब ये त्वचा एवं दाँतों से मृत कोशिकाओं को हटाने वाले ऐजेंट के रूप में कार्य करते हैं, जिसे ‘एक्सफोलिएटर्स’ (Exfoliators) भी कहा जाता है।
2-हाल में राष्ट्रीय हरित अधिकरण ने केंद्र सरकार को निर्देश दिया है कि वह प्रत्येक सौंदर्य प्रसाधन सामग्री, जिसमें माइक्रोबीड्स का प्रयोग किया जाता है, की गंभीरता से जाँच करें। कोई भी वैसा उत्पाद जो मानव के लिये खतरनाक हो, का उत्पादन एवं विक्रय स्वीकृत नहीं होना चाहिये। साथ ही, एन.जी.टी. ने केंद्रीय ड्रग्स मानक नियंत्रण संगठन (Central Drugs Standard Control Organization) को ऐसे उत्पादों की प्रयोगशाला में जाँच कर 4 सप्ताह के भीतर इससे संबंधित रिपोर्ट प्रस्तुत करने को भी कहा।
3-ध्यातव्य है कि- ‘माइक्रोबीड्स’ जलीय जीवन एवं पर्यावरण के लिये काफी खतरनाक है। इसी आधार पर इसके प्रयोग को प्रतिबंधित किये जाने की लगातार मांग उठती आ रही है।
[2] निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
1. ‘राष्ट्रीय पुस्तक न्यास’ (National Book Trust) का नोडल मंत्रालय ‘मानव संसाधन विकास मंत्रालय’ है।
2. ‘इंडिया ट्रेड प्रमोशन ऑर्गनाइजेशन’ (India Trade Promotion Organization) का नोडल मंत्रालय ‘वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय’ है।
3.इस वर्ष 7-15 जनवरी, 2017 के बीच नई दिल्ली में ‘विश्व पुस्तक मेला, 2017’ का आयोजन किया गया जिसका प्रमुख आयोजनकर्ता ‘राष्ट्रीय पुस्तक न्यास’ (National Book Trust) तथा सह-आयोजनकर्ता ‘इंडिया ट्रेड प्रमोशन ऑर्गनाइजेशन’ (India Trade Promotion Organization) था।
कूटः
A) |
केवल 1 |
B) |
केवल 2 |
C) |
1 और 2 दोनों |
D) |
1,2 और 3 |
उत्तरः (D)
[3] ‘एंडोसल्फान’ (Endosulfan) के संबंध में निम्नलिखित में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
1. यह एक बेरंग ठोस कीटनाशक है
2. यह ‘बायोएक्यूमूलेशन’ (Bioaccumulation) के लिये सक्षम है। अतः इसका ‘बायोमैग्नीफिकेशन’ (Biomagnification) भी संभव हो जाता है।
3. भारत सरकार ने "स्टॉकहोम कन्वेंशन" में वर्ष 2017 तक ‘एंडोसल्फान’ के सभी प्रकार के उपयोग को चरणबद्धरूप से समाप्त करना स्वीकार किया है।
कूटः
A) |
केवल 1 और 2 |
B) |
केवल 2 |
C) |
केवल 2 और 3 |
D) |
केवल 1,2 और 3 |
उत्तरः (d)
व्याख्याः
‘एंडोसल्फान’ एक ‘ऑर्गेनोक्लोरीन कीटनाशक’ (Organochlorine Insecticide) है। यह अपनी तीव्र विषाक्तता, अंतःस्रावी प्रभाव एवं संभावित ‘बायोएक्यूमूलेशन’ के कारण एक बेहद विवादास्पद ‘एग्रीकेमिकल’ पदार्थ के रूप में उभरा है।
चूँकि इस कीटनाशक के "बायोएक्यूमूलेशन" प्रभाव संभावित हैं। इसलिये इनका "बायोमैग्नीफिकेशन" भी संभव है, जो कि पर्यावरण एवं मानव दोनों ही के लिये काफी घातक है। हालाँकि, इसकी तीव्र विषाक्तता की वजह से इसे 50 से अधिक देशों में प्रतिबंधित कर दिया गया है किंतु, भारत, ब्राज़ील व ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में उपयोग हेतु इसकी उपलब्धता अभी भी बनी हुई है।
इस कीटनाशक को 1950 में पेश किया गया था। इसका सब्जियों, फ़लों, धान, कपास, काजू, चाय, कॉफ़ी और तंबाकू जैसी 70 फ़सलों में इस्तेमाल होता है। केरल में इस कीटनाशक पर 2003 से प्रतिबंध है।
ध्यातव्य है कि भारत एंडोसल्फान का बहुत बड़ा उत्पादक एवं उपभोक्ता देश है। इसकी विषाक्तता एवं स्वास्थ्य पर पड़ने वाले गंभीर प्रभाव की ओर ध्यान तब गया, जब केरल के कासरगोड जिले में इसके द्वारा उपजी गंभीर स्थिति सामने आयी। इसके बाद जनमत के इसके उत्पादन एवं उपभोग के विरूद्ध होने के कारण वर्ष 2011 में कुछ महीनों के लिये सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर इसे बंद कर दिया गया था।
एंडोसल्फान को अमेरिका के ‘पर्यावरण संरक्षण ऐजेंसी’ द्वारा ‘विषाक्तता वर्ग-I’ में रखा गया है। किंतु, किसी भी ऐजेंसी द्वारा इसे ‘कैंसरकारी’ (Carcinogenic) नहीं बताया गया है।
[4] निम्नलिखित में से कौन-से कथन असत्य हैं?
1. विश्व में सबसे पहले "फ्रीक्वेंसी मॉड्यूलेशन ट्रांसमिशन" (FM Transmission) का प्रयोग संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा किया गया।
2. "डिजिटल ऑडियो ब्रॉडकास्टिंग" "फ्रीक्वेंसी मॉड्यूलेशन ट्रांसमिशन" से उन्नत एवं महँगी तकनीक है।
3. नार्वे विश्व का पहला ऐसा देश है जिसने एफ.एम. रेडियो सेवा को पूर्ण रूप से समाप्त कर दिया है।
कूटः
A) |
केवल 2 |
B) |
केवल 2 और 3 |
C) |
केवल 1 और 3 |
D) |
1, 2 और 3 |
उत्तरः (A)
व्याख्याः
एफ.एम. (फ्रीक्वेंसी मॉड्यूलेशन) ट्रांसमिशन को विश्व में सबसे पहले संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा वर्ष 1945 में किया गया था।
‘डिजिटल ऑडियो ब्रॉडकास्टिंग’ (DAB) एफ.एम. ट्रांसमिशन से काफी उन्नत तकनीक है। साथ ही, यह एफ.एम. की तुलना में सस्ती भी है। डी.ए.बी., एफ.एम. की कीमत के आठवें हिस्से में ही एफ.एम. से बेहतर ध्वनि गुणवत्ता एवं ज्यादा चैनल्स प्रदान कर सकता है।
यही वजह है कि नार्वे एफ.एम. रेडियो सेवा को समाप्त कर ‘डिजिटल रेडियो’ के प्रचालन हेतु अग्रसारित हुआ है। ऐसा करने वाला यह विश्व का पहला देश बन गया है।
[5] हाल में किस देश ने ‘विश्व व्यापार संगठन’ (World Trade Organization) में ‘नये मुद्दों’ (New Issues) को शामिल करने के विकसित देशों के पक्ष को खारिज कर दिया ?
A) |
भारत |
B) |
चीन |
C) |
ब्राजील |
D) |
दक्षिण अफ्रीका |
उत्तरः (A)
व्याख्याः
इस वर्ष 17-20 जनवरी, 2017 को स्विट्जरलैंड के दाओस में ‘विश्व आर्थिक मंच’ की वार्षिक बैठक संपन्न हुई। इस बैठक से पूर्व ही भारत ने ‘विश्व व्यापार संगठन’ (World Trade Organization) में ‘नये मुद्दों’ (New Issues) को शामिल करने के विकसित देशों के पक्ष को खारिज कर दिया।
ध्यातव्य है कि इन ‘नये मुद्दों’ के हिमायती विकसित देश हैं, जो ‘ई-कॉमर्स’ एवं ‘निवेश’ जैसे मुद्दों को विश्व व्यापार संगठन के ‘औपचारिक एजेंडे’ (Formal Agendas) के रूप में शामिल करना चाहते हैं। जबकि भारत का पक्ष यह है कि-
पहले वर्ष 2001 के ‘दोहा वार्ता’ से निकले मुद्दों पर आम सहमति बननी चाहिये।
भारत को "नये मुद्दों" पर विचार-विमर्श से कोई आपत्ति नहीं है यदि, इसे "अनौपचारिक एवं अबाध्य एजेंडे" के रूप में लिया जाए। क्योंकि अभी भी वैश्विक स्तर पर सभी देशों की व्यापारिक एवं तकनीकी क्षमताएँ इतनी सुदृढ़ नहीं हो पायी हैं कि ये विकसित देशों से • बराबरी कर पाये। इसलिये इन "नये मुद्दों" को तब तक ‘विश्व व्यापार संगठन’ के ‘औपचारिक एजेंडे’ में शामिल नहीं किया जाना चाहिये, जब तक कि विश्व व्यापार संगठन के समस्त सदस्य देशों के मध्य इस संबंध में आम सहमति न बन जाए।